सोमवार 29 दिसंबर 2025 - 06:51
ये आमाल इज़्ज़त या शर्म की वजह नहीं हैं

हौज़ा / अमीरूल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में बताया है कि ऐसे आमाल न सिर्फ़ शर्म की वजह नहीं हैं बल्कि इंसान की महानता की निशानी हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत “मुस्तद्रक अल-वसाइल” किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस तरह है:

قال امیرالمؤمنین علیہ السلام:

ثَلاثٌ لایُسْتَحْیی مِنْهُنَّ:خِدْمَهُ الرَّجُلِ ضَیْفَهُ، وَ قِیامُهُ عَنْ مَجْلِسِهِ لِأَبِیهِ وَ مُعَلِّمِهِ، وَ طَلَبُ الْحَقِّ وَ إِنْ قَلَّ

अमीरूल मोमेनीन इमाम अली (अ) फ़रमाते हैं:

तीन चीज़ें हैं जिनसे किसी को शर्मिंदा नहीं होना चाहिए:

1. मेज़बान बनकर अपने मेहमान की सेवा करना,

2. अपने पिता और गुरु के सम्मान में अपनी जगह से उठना,

3. अपना हक़ मांगना, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो।

मुस्तद्रक अल-वसाइल, भाग 16, पेज 260

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